5 अप्रैल 1993 को हिंदी सिनेमा के एक चमकते सितारे दिव्या भारती (Divya Bharti) की मौत हो गई थी। दिव्या भारती को आज 29 (Divya Bharti death anniversary) साल हो चुके हैं, पर उनकी मौत की गुत्थी आज भी उलझी हुई है। जहां ऐक्ट्रेस शांतिप्रिया ने दिव्या भारती से जुड़ा एक बड़ा राज खोला था, वहीं दिव्या के पिता ओपी भारती ने भी कुछ साल पहले एक इंटरव्यू में बेटी के मौत से कुछ पलों के पहले की कहानी बताई थी।
शांतिप्रिया ने किया था खुलासा, दिव्या भारती के हाथों पर थे ब्लेड के निशान
दिव्या भारती के जाने के 29 साल बाद भी, उनकी मौत की गुत्थी अजीब है। उनकी मौत को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं और अफवाहें सामने आईं हैं। दिव्या की मौत को गुरुत्वाकर्षित करने के लिए कई तरह की कहानियां उड़ाई गईं हैं, जैसे कि उन्हें हत्या कर दिया गया था या उनके पति साजिद नाडियाडवाला को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया।
पिता भी नहीं भूल पाए 5 अप्रैल 1993 का वो मनहूस दिन
दिव्या भारती की मौत से जुड़े एक और रहस्यमयी घटना को खुलासा करने वाली है एक इंटरव्यू, जिसमें अभिनेत्री शांतिप्रिया ने बताया कि दिव्या के हाथों पर ब्लेड के निशान थे। शांतिप्रिया ने कहा कि उन्होंने दिव्या के हाथों में ब्लेड के 12-15 कट मार्क्स देखे थे और यह देखकर उन्हें बड़ी चिंता हुई थी।
मौत से पहले के पल-पल की बताई थी कहानी
दिव्या भारती के पिता, ओपी भारती भी उनकी मौत के मनहूस दिन को भूल नहीं पाएं हैं। उन्होंने बताया कि वह दिव्या की मौत से पहले कुछ घंटे बिताए थे और उन्हें उसी दिन का आखिरी पल याद है।
दिव्या भारती के पिता ने इस दुर्भाग्यपूर्ण दिन की कहानी को साझा करते हुए कहा, "उस दिन मैं यहीं बैठा हुआ था जिस दिन उसकी डेथ हुई। रात के 3-4 बजे थे। वह घर में आई थी और कहा कि मद्रास जाना है। लेकिन मना कर दिया और कहा कि नहीं पापा मेरे पैर में चोट लगी है। फिर उसने कहा कि पापा मैंने एक फ्लैट देखा है शोमू मुखर्जी का, वो लेना है। तो मैं, मेरा बेटा और दिव्या शोमू मुखर्जी के घर गए। फ्लैट देखा वहां पर।"
पापा के साथ गई थीं फ्लैट लेने
ओपी भारती ने बताया कि दिव्या ने फ्लैट की तलाश की और कहा, "'डैडी, आप पसंद करो फ्लैट मैं ले लूंगी।'" फिर वह पुराने फ्लैट पर गए और बातें कीं। दिव्या ने कहा कि वह उस फ्लैट को पसंद करती है और उसे लेना चाहती है। इसके बाद उन्होंने अपने पुराने फ्लैट पर जाकर बातें कीं और एक दिन की आखिरी यात्रा में बिताए गए पलों की कहानी साझा की।
5 अप्रैल 1993 को क्या हुआ था?
5 अप्रैल 1993 को, बताया जाता है कि दिव्या भारती, नीता लूला और उनके पति के साथ अपने घर पर ड्रिंक्स इंजॉय कर रहे थे। मेड किचन में थी और स्नैक्स बना रही थी। वह वहीं से दिव्या से भी बात कर रही थी। तभी दिव्या उठकर बालकनी में चली गईं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, उस वक्त दिव्या नशे में थीं। वह एकदम किनारे पर खड़ी हो गईं। पर जैसे ही घूमीं, उनका बैलेंस बिगड़ गया और वह नीचे गिर गईं। जिस वक्त दिव्या गिरीं, उस वक्त उनकी सांसें चल रही थीं, लेकिन चोट इतनी गंभीर थी कि हॉस्पिटल ले जाते वक्त उन्होंने दम तोड़ दिया।
पिता ने बताई थी यह बात
दिव्या भारती की मौत को लेकर कई तरह की थ्योरी सामने आईं हैं, लेकिन उनके पिता ने इससे इनकार किया है। उन्होंने यह जरूर स्वीकार किया है कि दिव्या ने थोड़ी पी रखी थी, लेकिन उनके अनुसार वह डिप्रेशन में नहीं थीं और उनकी मौत का कोई भी शंका नहीं थी।